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सरसों तेल के बड़े कारोबारी सलोनी ग्रुप पर जीएसटी टीम की छापेमारी
– फोटो : अमर उजाला
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आगरा के शमसाबाद की महेश एडिबल ऑयल इंडस्ट्री के प्रदेशभर में फैले 41 प्रतिष्ठानों, गोदामों पर स्टेट जीएसटी की टीमों ने बृहस्पतिवार को छापे मारे। कंपनी सलोनी ब्रांड के नाम से सरसों का तेल बेचती है। प्रदेश के सात मंडलों के 500 से ज्यादा स्टेट जीएसटी अधिकारी इसकी जांच में जुटे हैं।
अकेले आगरा में ही कंपनी के 13 गोदाम, फैक्टरी और ऑफिस पर 100 से ज्यादा जीएसटी अधिकारी जांच कर रहे हैं। अधिकारियों को पूरे प्रदेश से जो कागजात मिल रहे हैं, उसमें बोगस फर्मों से खरीद और नकद की बिक्री कम मिल रही है। शुक्रवार शाम तक यह जांच चल सकती है।
लखनऊ मुख्यालय स्तर से पूरे प्रदेश में सलोनी ब्रांड का सरसों का तेल बनाने वाली कंपनी महेश एडिबल ऑयल इंडस्ट्रीज पर छापे मारे गए। आगरा में शमसाबाद स्थित महेश एडिबल ऑयल इंडस्ट्रीज की सभी इकाइयों पर छापे मारे गए हैं।
स्टेट जीएसटी के अधिकारी दो बसों में सवार होकर शमसाबाद और दिगनेर प्लांट पहुंचे, जहां कंपनी के ऑफिसों में दस्तावेजों की जांच की जा रही है। स्टेट जीएसटी के एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-1 मारुति शरण चौबे के नेतृत्व में की गई कार्रवाई में विभाग के 100 से ज्यादा अधिकारी शामिल हैं जो 13 परिसरों पर कागजात खंगाल रहे हैं। पूरे प्रदेश में लखनऊ, अयोध्या, वाराणसी, प्रयागराज और गोरखपुर जोन के स्टेट जीएसटी अधिकारी कुल 41 परिसरों की जांच में शामिल हैं।
गेटबंद प्लांट में आवाजाही पर लगाई रोक
शमसाबाद और दिगनेर के प्लांट और सलोनी तेल के गोदाम, ऑफिस में स्टेट जीएसटी के छापे के बाद बाहरी लोगों का प्रवेश रोक दिया गया। प्लांट के स्टॉक रजिस्टर, कंप्यूटर, गेट एंट्री रजिस्टर, कर्मचारियों के लैपटॉप और कंप्यूटर की जांच स्टेट जीएसटी के अधिकारी कर रहे हैं। बोगस फर्मों से सरसों की एंट्री शमसाबाद और दिगनेर के प्लांट में ज्यादा मिली हैं। गोदामों पर बिक्री के कागजातों से टैक्स चोरी का बड़ा मामला बताया जा रहा है।
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