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मानसून सीजन में एक-एक दिन हमारा भगवान की प्रार्थना कर गुजर रहा था. जिसकी आशंका थी वही हुआ. बारिश हुई पानी दुकान में भर गया. पिछले कई वर्षों से यही हालात जारी हैं. जनप्रतिनिधियों से लेकर अधिकारियों तक ने कई बार निरीक्षण कर तमाम दावे किए, लेकिन इस समस्या से राहत नहीं मिली. बिजलीघर स्थित शिवाजी मार्केट के व्यापारियों ने कुछ इसी तरह का दर्द बयां किया.
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जिसका डर था वही हुआ, डूबे बाजार, सड़कें बनी तालाब
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