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जनकपुरी महोत्सव
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
आगरा में जन-जन के आराध्य प्रभु श्रीराम की बरात 11 अक्तूबर को मिथिला नगरी में प्रवेश करेगी। 11, 12 और 13 अक्तूबर को श्रीराम अपने परिजन के साथ जनकपुरी निवासियों को दर्शन देंगे। इससे 3 दिनों तक संजय प्लेस (जनकपुरी) में वाहनों का प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। इसके लिए आयोजन समिति ने जिला प्रशासन से वार्ता की है। संजय प्लेस के चारों ओर मौजूद स्थानों पर पार्किंग की व्यवस्था करने की मांग की गई है ताकि लोगों को ज्यादा पैदल न चलना पड़े।
जनकपुरी में श्रीराम की बरात आने में अब सिर्फ 5 दिन शेष हैं। 11 अक्तूबर की सुबह प्रभु परिजन के साथ जनकपुरी में प्रवेश करेंगे। हजारों लोगों की भीड़ अपने आराध्य और जनकपुरी की आभा देखने के लिए उमड़ेगी। आयोजन समिति ने जिला प्रशासन को पत्र लिखकर पार्किंग व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए कहा है। सेंट पीटर्स कॉलेज, सेंट पॉल्स चर्च कॉलेज यूनिट-2 परिसर में चार पहिया वाहनों की पार्किंग बनाने का आग्रह किया गया है। रोजविला को दोपहिया वाहनों की और सूरसदन को वीआईपी पार्किंग बनाने का सुझाव भी दिया गया है। समिति का मानना है कि इससे लोगों को अनावश्यक पैदल नहीं चलना पड़ेगा और व्यवस्थाएं भी गडबड़ नहीं होंगी।
एनएसएस और सिविल डिफेंस के लोग लगेंगे
जनकपुरी महोत्सव में तीन दिनों तक नागरिक सुरक्षा संगठन (सिविल डिफेंस) के स्वयंसेवक जनकपुरी की व्यवस्थाएं बनाने में आयोजन समिति की मदद करेंगे। इसके अलावा राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के 100 स्वयंसेवक भी सहयोगी की भूमिका निभाएंगे।
चिकित्सा की भी है व्यवस्था
जनकपुरी में एक अग्निशमन वाहन 24 घंटे जनक महल के पीछे रहेगा। इसके अलावा हेल्प आगरा के सहयोग से 3 साधारण और 1 क्रिटिकल केयर एंबुलेंस की व्यवस्था भी रहेगी। मुख्य चिकित्साधिकारी से भी आयोजन समिति की ओर से अस्थायी चिकित्सा सुविधा (चिकित्सालय) उपलब्ध कराने की मांग की गई है।
कोशिश है किसी को दिक्कत न हो
राजा जनक बने पीएल शर्मा ने बताया कि ‘हमारी कोशिश है कि जनकपुरी में आने वाले लोगों को कोई भी दिक्कत न हो। सब समान भाव से भगवान के दर्शन और जनकपुरी घूम सकें इसके लिए प्रयास कर रहे हैं।’
आवश्यक सेवाओं के लिए लिखा पत्र
जनकपुरी महोत्सव आयोजन समिति के अध्यक्ष मुरारी प्रसाद अग्रवाल ने बताया कि ‘जिला प्रशासन, पुलिस, नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखकर आवश्यक सेवाएं उपलब्ध कराने का आग्रह किया गया है। जिससे किसी को भी परेशानी न हो।’
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