[ad_1]
ठाकुर श्री बड़े गोविंद महाराज की पूजा करते रामभद्रचार्य जी
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
उत्तर प्रदेश के आगरा में नाई की मंडी स्थित ठाकुर श्री बड़े गोविंद महाराज तंग गली से निकलकर भव्य मंदिर में विराजेंगे। मंदिर निर्माण के लिए 30 नवंबर तक की समय सीमा तय की गई है। निर्माण पूर्ण होने के बाद तुलसीपीठाधीश्वर जगद्गुरु रामभद्राचार्य फिर आएंगे। इस बार वह एक से सात दिसंबर तक वह रामकथा नहीं बल्कि भागवतकथा सुनाएंगे।
विशेष बात यह कि दस दिनों तक चली रामकथा में दान के रूप में एकत्र हुई धनराशि को भी मंदिर निर्माण में लगाया जाएगा। तुलसीपीठाधीश्वर दान में मिले रुपयों में से एक रुपया भी अपने साथ लेकर नहीं गए हैं। जय श्रीराम सेवा समिति द्वारा आयोजित नौ दिवसीय रामकथा आयोजन में बृहस्पतिवार रात जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने शहर से विदा लिया।
11 करोड़ से बनेगा भव्य मंदिर
विदा लेने से पूर्व उन्होंने नाई की मंडी स्थित प्रेम निधि मंदिर में विराजे बड़े गोविंद महाराज को भव्य मंदिर में विराजने का संकल्प आयोजक मंडल से लिया। उन्होंने कहा कि जल्द मंदिर के लिए जगह खोज कर एक भव्य मंदिर का निर्माण कराया जाए। इसके लिए 11 करोड़ रुपये की लक्ष्य राशि निर्धारित की गई है।
कथा के मुख्य पुजारी पं. सुभाष चंद्र शास्त्री ने बताया कि जगद्गुरु ने 30 नवंबर तक मंदिर निर्माण के लिए समय सीमा निर्धारित की है। मंदिर निर्माण पूरा होने के बाद एक से सात दिसंबर तक फिर से कोठी मीना बाजार में भागवत कथा कहेंगे। इस कथा की खासियत यह होगी कि यह प्रेम निधि महाराज द्वारा लिखी गई भागवत पर आधारित होगी। कथा के मुख्य आयोजक धन कुमार जैन ने बताया कि मंदिर निर्माण के लिए सबसे पहले ट्रस्ट का गठन किया जाएगा।
विश्व शांति यज्ञ और भंडारे से हुआ समापन
जय श्री राम सेवा समिति की ओर से आयोजित राम कथा का समापन बुधवार को विश्व शांति और सर्व कल्याण की कामना के साथ हुआ। मुख्य पुजारी सुभाष चंद्र शास्त्री ने हवन कराया। इस अवसर पर धन कुमार जैन, शालिनी जैन, अजय गर्ग, गौरव बंसल, केशव अग्रवाल, हरि नारायण चतुर्वेदी, सुशीला चौहान, सुरेंद्र धौधरी, राकेश अग्रवाल, विमल कुमार, दिनेश अग्रवाल, ममता शर्मा, निधि बंसल, रजनी अग्रवाल, रेखा अग्रवाल आदि मौजूद रहीं।
[ad_2]
Source link