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मथुरा सुरीर क्षेत्र के गांव बेरा से 17 दिन पहले लापता मजदूर की हत्या पत्नी ने प्रेमी संग मिलकर की। पुलिस ने मृतक की पत्नी से पूछताछ की तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ। अवैध संबंधों में बाधक बनने पर अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या की और शव को कंबल में लपेटकर खैर-टैंटीगांव मार्ग पर यादव भट्ठे में फेंक दिया। महिला ने बताया कि पति का रात को सोते समय तकिये से मुंह दबाया और तब तक दबाये रखा, जब तक पति की सांसें नहीं थम गईं। बेरा गांव में पति की हत्या करने के बाद पूनम के चेहर पर शिकन तक नहीं थी। वह आम दिनों की ही तरह घर के कामकाज में जुटी रहती थी और अपने प्रेमी के संग खूब घूमती रही। इतना ही नहीं वह भांजी का भात देने के लिए 10 फरवरी को खैर के बालमपुर तक पहुंची। उसके साथ सुमित भी गया था।
पति के लापता होने की गुमशुदगी दर्ज न कराना भी उसको शक के घेरे में ले आया। हालांकि उसने ग्रामीणों और परिजनों को गुमराह करने की कोई कसर तक नहीं छोड़ी। पति की हत्या के बाद वह गांव बेरा छोड़कर सुमित के घर रहने लगी।
मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि 25 फरवरी को ही पूनम अपने गांव आई है। विक्रम के के गुमशुदगी दर्ज कराने के बाद हरकत में आई पुलिस ने इस हत्याकांड से पर्दा हटा दिया। कोतवाल नरेंद्र यादव ने बताया कि प्रेमी और प्रेमिका से पूछताछ की जा रही है। 5 के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया। जल्द ही दोनों की गिरफ्तारी की जाएगी।
छोटू की 20 साल पहले पूनम से शादी हुई थी। उसकी बड़ी बेटी खुशबू (15) और छोटा बेटा यश (12) है। बच्चों के सोने के बाद पूनम और सुमित ने 9 फरवरी की रात इस वारदात को अंजाम दिया। मुंह दबाकर हत्या करने में तकिये का प्रयोग किया ताकि चीख निकलने से कहीं बच्चे न जाग जाए। इसके बाद कंबल में लपेटकर शव को भट्ठे पर नाली में फेंक दिया।
अगले ही दिन पूनम बच्चों को लेकर सुमित के घर रहने लगी। कोतवाल ने बताया कि बच्चों से भी पूछताछ की जाएगी कि कहीं उनके सामने यह हत्या तो नहीं हुई।
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