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ग्लोबल आयोडिन डिफिशिएंसी डिसॉर्डर दिवस पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों को जागरुक किया गया. सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने शरीर में आयोडीन की कमी के नुकसान के बारे में बताया. सीएमओ ने बताया कि नेशनल आयोडीन डिफिशिएंसी डिसऑर्डर कंट्रोल प्रोग्राम (एनआईडीडीसीपी) चलाया जा रहा है. इसका उद्देश्य आयोडीन की कमी से होने वाली बीमारियों को रोकना, नियंत्रित करना और जड़ से खत्म करना है. इस प्रोग्राम के तहत आयोडीन युक्त नमक की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए आईडीडी सेल और आईडीडी निगरानी प्रयोगशालाओं की स्थापना की जा रही है.
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