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आगरा विकास प्राधिकरण
– फोटो : अमर उजाला
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ताजगनरी आगरा में सड़कों के लिए जमीन लेना अब आसान होगा। जितनी भूमि अधिगृहीत होगी उसमें 25 प्रतिशत भूमि विकसित कर काश्तकारों को दी जाएगी। इसका वह भू-उपयोग के अनुसार लाभ ले सकेंगे। इसके लिए आगरा विकास प्राधिकरण (एडीए) ने जयपुर मॉडल की रिपोर्ट स्वीकृति के लिए शासन को भेजी है।
जयपुर में विकास प्राधिकरण 30 मीटर चौड़ी सड़क के लिए सड़क किनारे 60 मीटर भूमि का अधिग्रहण करता है। जिसमें 25 प्रतिशत भूमि यानी एक चौथाई विकसित भूमि किसानों को मिलती है। इस मॉडल पर किसानों को जमीन देने में एतराज नहीं होता। आगरा में भी इनर रिंग रोड के आसपास 30 मीटर चौड़ी सड़कों का प्रावधान है।
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एडीए उपाध्यक्ष चर्चित गौड़ ने बताया कि 25 प्रतिशत भूमि पर किसान इस्तेमाल कर सकते हैं। बाकी 75 प्रतिशत भूमि पर एडीए मार्केट व अन्य व्यावसायिक गतिविधियां कर सकता है। जयपुर मॉडल से एक तरफ सड़क बनाना आसान होगा। दूसरी तरफ किसानों को विकसित भूमि उपलब्ध हो सकेगी। इसकी रिपोर्ट स्वीकृति के लिए शासन को भेजी है। शासन के निर्देश अनुसार एडीए भी प्रस्ताव बनाएगा। बोर्ड बैठक में प्रस्ताव को स्वीकृत कराया जाएगा।
इनर रिंग रोड पर प्रस्तावित है प्रोजेक्ट
100 मीटर चौड़ी इनर रिंग रोड के आसपास एत्मादपुर मदरा, बुढ़ाना, रहनकलां और रायपुर गांव में एडीए नए प्रोजेक्ट शुरू करने जा रहा है। जिनमें ग्रेटर आगरा, मेडिसिटी, कन्वेंशन सेंटर आदि प्रोजेक्ट शामिल हैं। यहां किसान भू अधिग्रहण को लेकर विरोध कर रहे हैं। जयपुर मॉडल की तर्ज पर अधिग्रहण करने से विकास की राह आसान हो सकती है। प्रोजेक्ट की गति बढ़ सकती है।
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