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आगरा: कमिश्नरेट कोर्ट बुधवार से शुरू हो गईं. पहले दिन अधिवक्ता दुविधा में रहे. आरोपी को एसीपी कोर्ट में प्रस्तुत किया जाएगा या उसे एसीएम कोर्ट में प्रस्तुत होगा, दोपहर तक स्पष्ट नहीं हो पाया. ऐसे में अधिवक्ताओं ने जमानत प्रार्थना पत्र में आरोपी का विवरण तो भर लिया. प्रार्थना पत्र किस कोर्ट को संबोधित करना है, ये नहीं भरा. शाम चार बजे से कमिश्नरेट कोर्ट शुरू होने पर जमानत प्रार्थना पत्र को सहायक पुलिस आयुक्त को संबोधित अंकित किया.
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