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कचरे में मिलीं दवाएं
– फोटो : अमर उजाला
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आगरा के यमुनापार रेलवे ट्रैक के पास कचरे में नकली दवाओं का जखीरा मिला है। कट्टों में दवाएं, इंजेक्शन भरे हुए हैं। दवा माफिया ने इनको जलाकर नष्ट करने की कोशिश की है। अधजली हालत में भी दवाएं मिली हैं। ब्लड के पैकेट समेत मेडिकल वेस्ट सूचना पर पुलिस पहुंची। औषधि विभाग के अधिकारियों ने इसकी जांच करने की बात कही है।
यमुनापार नुनिहाई में इंडस्ट्रियल एरिया में ट्रैक के पास क्षेत्रीय लोगों ने 15-20 कट्टों में दवाएं भरी देखीं। कुछ कट्टों में आग लगी हुई थी। लोगों की सूचना पर पुलिस पहुंची तो यहां दवाओं से भरे कट्टों का ढेर लगा था। इसमें सिरप, टैबलेट, कैप्सूल समेत अन्य तरह की दवाएं थीं। अधजली दवाएं भी मिलीं। पुलिस ने बताया कि ये नकली या एक्सपायर्ड हो सकती हैं, बीते दिनों एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स की नकली दवाओं पर कार्रवाई को देखते हुए दवा माफिया ने इनको आग लगाकर नष्ट करने की कोशिश की है। सहायक आयुक्त औषधि अतुल उपाध्याय ने बताया कि मामले की पूरी जानकारी के लिए टीम भेजकर इनकी जांच कराई जाएगी।
नकली दवा की फैक्टरी, गोदाम से जब्त की थीं छह करोड़ की दवा
बीते दिनों एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स ने दवा माफिया विजय गोयल की जगदीशपुरा और सिकंदरा में नकली दवा बनाने की दो फैक्टरी और दो गोदाम पकड़े थे। इनमें से 6 करोड़ से अधिक की दवाएं और सिरप मिले। पुलिस को इसके और भी गोदाम होने की आशंका जताई है।
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खून के पैकेट, सिरिंज समेत मेडिकल वेस्ट भी मिला
कचरे में मेडिकल वेस्ट भी मिला है। इसमें खून के पैकेट, सिरिंज, बोतल समेत अन्य मेडिकल वेस्ट शामिल है। आग से कई पैकेट जले हुए भी मिले हैं। ये किस ब्लड बैंक, अस्पताल और पैथोलॉजी का है, इसका पता नहीं चल पाया है। कुछ दिन पहले भी इसी क्षेत्र में मेडिकल वेस्ट मिला था। बीते दिनों स्वास्थ्य विभाग ने भी पैथोलॉजी लैब और अस्पताल सील किए हैं। सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव का कहना है कि इसकी जानकारी नहीं है, टीम से पता करवाता हूं।
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