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एसटीएफ
– फोटो : सोशल मीडिया
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उत्तर प्रदेश के आगरा में उमेश पाल हत्याकांड में शामिल माफिया अतीक अहमद के बेटे असद के करीबियों की घेराबंदी के लिए एसटीएफ ने तीन घंटे ऑपरेशन चलाया। तीन थानों और पांच चौकियों के 200 पुलिसकर्मी लगाए गए। टोल पर ट्रक से लेकर क्रेन तक खड़ी की गई। खेतों की तरफ बैरियर लगाए। फिल्मी अंदाज में शीशा तोड़कर कार की चाबी निकालकर संदिग्धों को पकड़ लिया। हालांकि पुलिस अधिकारी अधिकारिक रूप से पुलिस के लगाए जाने के बारे में कुछ भी नहीं बोल रहे हैं।
आसपास के राज्यों में भी दी जा रही दबिश
एसटीएफ कई दिन से उमेश पाल हत्याकांड के शूटरों की धरपकड़ में लगी है। यूपी सहित आसपास के राज्यों में भी दबिश दी जा रही है। माफिया अतीक अहमद के बेटे असद पर पांच लाख का इनाम है। उसके करीबी भी पुलिस के निशाने पर हैं। सूत्रों ने बताया कि सोमवार तड़के करीब चार बजे एसटीएफ को सूचना मिली।
स्थानीय अधिकारियों को बताया गया। नामचीन दरोगा बुलाए गए। एसटीएफ टीम भी बुलेट प्रूफ जैकेट के साथ पहुंची। संदिग्धों की कार राजस्थान की तरफ से आ रही थी। एक टीम कार के पीछे लगी थी। टोल प्लाजा पर घेरने की तैयारी थी।
ट्रक खड़ा किया, क्रेन लगा दी
टोल प्लाजा पर 150 से अधिक पुलिसकर्मी लग गए। सूत्रों ने बताया कि तीन थानों के पांच चौकी प्रभारी फोर्स के साथ तैनात थे। खेतों की तरफ बैरियर लगाए गए। वाहनों को रोक दिया गया। क्रेन लगा दींं गईं। ट्रक खड़े कर दिए गए। टोल के आसपास चाय के खोखे चलाने वालों को दूर भेज दिया गया। संदिग्धों की कार आई तो टीम ने घेर लिया।
चालक सहित अन्य बाहर आ पाते, उससे पहले ही एक जवान ने दौड़ते हुए कार का शीशा तोड़ा। चाबी निकाल ली। कार में सवार लोगों को बाहर निकलने का इशारा किया। पुलिस की घेराबंदी को वो तोड़ नहीं सके। यह ऑपरेशन 4 बजे से 7 बजे तक चला। इसके बाद टीम संदिग्धों को ले गई।
आसपास के लोग सहम गए
टोल पर तड़के भीड़ रहती है। कर्मचारी भी होते हैं। पुलिस की घेराबंदी से सभी दहशत में आ गए। पुलिस ने कुछ नहीं बताया। यही कहा कि दूर चले जाएं। दूर से खड़े होकर ही लोग नजारा देखते रहे। अब लोग पुलिस कार्रवाई की चर्चा कर रहे हैं।
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