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मुकुट पहन भ्रमण पर निकले गणपति
– फोटो : अमर उजाला
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उत्तर भारत की प्रसिद्ध रामलीला का आगरा में गणपति यात्रा के साथ शुरू हुआ। पन्ना, मूंगा, हीरा से जड़ा करीब 3 फीट का 4 किलो वजनी मुकुट पहने गणपति रविवार को नगर भ्रमण पर निकले। फूलों की माला लिए खड़े भक्त गणपति व रिद्धि-सिद्धी को माला पहनाने के लिए आतुर नजर आए। समिति के उपाध्यक्ष मुकेश अग्रवाल ने बताया कि हर साल नया चांदी का मुकुट तैयार होता है। बनारस के कारीगरों ने मुकुट पर काम किया है। इस बार गणपति के मुकुट में 21 कलंगी हैं।
शोभायात्रा का शुभारंभ कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य, विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल ने किया। बैंड पार्टी ने भक्ति के गानों की प्रस्तुति दी। लाला चन्नौमल की बारहदरी ( गली मनकामेश्वर) से गणपति की सवारी शुरू होकर अग्रसेन मार्ग, सुभाष बाजार, किनारी बाजार होते हुए वापस रावतपाड़ा पर समाप्त हुआ। महामंत्री राजीव अग्रवाल, अतुल बंसल, विजय प्रकाश गोयल, मनोज अग्रवाल, ताराचंद, प्रवीण स्वरूप, मुकेश शहरी, प्रवीण गर्ग आदि उपस्थित रहे।
शाम को रावण की दुहाई शोभायात्रा
रामलीला कमेटी के मीडिया प्रभारी राहुल गौतम ने बताया कि 2 अक्तूबर को दशानन अपने पुत्रों सहित नगर में अपने सम्राट होने की दुहाई देंगे। रावण की दुहाई शोभायात्रा शाम 5 बजे परंपरागत रामबरात रूट से निकलेगी।
परिवार वाले भी उत्साहित
अंकित तिवारी ने बताया कि ‘3 सालों से गणेश जी बन रहा हूं। मेरे से ज्यादा मेरे परिवार वाले ज्यादा उत्साहित रहते हैं कि कब मैं गणेश जी का स्वरूप बन नगर भ्रमण पर निकलूंगा। मैं जॉब करता हूं।’
पढ़ाई के साथ अभिनय
मोती कटरा निवासी अमृत ने बताया कि ‘रामलीला के बारे में बहुत सुना था। इसलिए मैं खुद चलकर आया कि मुझे भी रामलीला के किसी भी पात्र का हिस्सा बना लिया जाए। 4-5 साल से रिद्धि बन रहा हूं। साथ ही दसवीं की पढ़ाई कर रहा हूं।’
रामलीला से केवल मैं जुड़ा
सेठ गली निवासी मनीष जसवाल ने बताया कि ‘पूरे परिवार में सिर्फ मैं ही रामलीला से जुड़ा हूं। दुकान पर काम करता हूं। कई साल से सिद्धि बन रहा हूं।’
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