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झोलाछाप के क्लीनिक किए गए सील
– फोटो : अमर उजाला
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आगरा में स्वास्थ्य विभाग के छापे के बाद तीन झोलाछाप के खिलाफ थाना सदर में मुकदमा दर्ज हुआ है। शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापा मारकर इनको इलाज करते पकड़ा था। इनके पास चिकित्सकीय डिग्री नहीं थी। दुकानों को सील करते हुए अपंजीकृत चिकित्सक सेल के नोडल प्रभारी ने तहरीर दी थी।
अपंजीकृत चिकित्सक सेल के नोडल प्रभारी डॉ. पीयूष जैन ने 6 मई को नगला परसोती में तीन झोलाछाप को इलाज करते हुए पकड़ा था। इनकी दुकान से दवाएं और सर्जरी का सामान भी मिला था। इनके पास चिकित्सकीय डिग्री नहीं थी और स्वास्थ्य विभाग में पंजीकरण नहीं था। इस पर थाना सदर में एसके मालकर, संदीप कुमार और सुरजीत के खिलाफ इंडियन मेडिकल काउंसिल एक्ट 1956 और धोखाधड़ी समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
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तीन साल से झोलाछाप कर रहे थे इलाज
अपंजीकृत चिकित्सक सेल के नोडल अधिकारी डॉ. पीयूष जैन ने बताया कि छापे के वक्त तीनों झोलाछाप के यहां मरीज मिले। इनके यहां से इंजेक्शन, एंटीबायोटिक दवा, सिरप समेत कई तरह की दवाएं मिलीं। आसपास पूछने पर पता चला कि ये दो-तीन साल से यहां दुकान चलाकर मरीजों की जान से खेल रहे थे।
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