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फेल और पास होना दोनों ही हमारे जीवन का हिस्सा हैैं लेकिन हम अपने फेल्योर से भी सामना करें और उससे सीखें, कमियों को दूर करें. नई स्ट्रेटजी बनाकर आगे बढ़ें. सफलता का रास्ता फेल्योर से होकर ही निकलता है. यह बातें नेशनल चंबल सफारी प्रोजेक्ट की प्रभागीय वन अधिकारी (डीएफओ) आरुषि मिश्रा ने दैनिक जागरण आईनेक्स्ट द्वारा आयोजित कैरियर पाथवे में शहर के विभिन्न स्कूलों के 12वीं के स्टूडेंट्स को संबोधित करते हुए कहीं.
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