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डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा
– फोटो : अमर उजाला
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आगरा स्थित डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में एमबीबीएस और बीएएमएस परीक्षा की कॉपियां बदलने के मामले की जांच की जद में लखनऊ का एक चार्टर्ड अकाउंटेंट और कानपुर का एक युवक भी आया है। प्रवर्तन निदेशालय परीक्षा कराने वाली एजेंसी का हिसाब-किताब संभालने वाले चार्टर्ड अकाउंटेंट का बयान दर्ज कर चुका है। साथ ही, एजेंसी के बैंक खातों को खंगालकर पता लगाया जा रहा है कि परीक्षा के दौरान इनमें कोई संदिग्ध लेन-देन तो नहीं हुए थे।
वहीं दूसरी ओर कानपुर के किदवई नगर में रहने वाले एक अन्य युवक की जांच भी हो रही है। आशंका जताई जा रही है कि उसने फेल होने वाले छात्र-छात्राओं से उनकी कॉपियां बदलवा कर पास कराने के लिए लाखों रुपये लेकर दिल्ली निवासी डॉ. अतुल के जरिए छात्र नेता राहुल पाराशर को दिए थे। ईडी के अधिकारी ये भी पता लगा रहे हैं कि एजेंसी ने परीक्षा केंद्रों से कॉपियां लाने का जिम्मा कितने लोगों को सौंपा था।
साथ ही, इस दौरान हुई गड़बड़ियों पर विश्वविद्यालय के किसी वरिष्ठ अधिकारी की नजर क्यों नहीं पड़ी। दरअसल, इस प्रकरण में कॉपियां बदलने वाले गिरोह की विश्वविद्यालय के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों से साठगांठ होने का शक जताया जा रहा है। इसी वजह से ईडी पूरे प्रकरण के हर बिंदु की गहनता से जांच कर रहा है।
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