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आगरा में सत्संगियों का हमला
– फोटो : अमर उजाला
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आगरा के दयालबाग की स्थापना (20 जनवरी 1915 को) के समय सत्संगियों को सुपरमैन बनाने का विचार रखा गया था। राधास्वामी मत के परमपूज्य हुजूर साहब जी महाराज सत्संगियों को सुपरमैन बनाना चाहते थे। पर, अब रविवार को हालात बदले नजर आए।
लोगों का आरोप है कि राधास्वामी सत्संग सभा के पदाधिकारियों ने जमीन के लिए सत्संगियों को बलवाई बना डाला। उधर, प्रशासन की एफआईआर में शनिवार को बलवा करने पर 10 सत्संगियों को नामजद किया जा चुका है। अध्यक्ष और दो उपाध्यक्षों को तहसील की टास्क फोर्स ने भूमाफिया घोषित करने की सिफारिश की है।
1984 में दयालबाग कॉलेज की छत से हुआ था पथराव
रविवार को पुलिस और प्रशासन की टीम पर महिलाओं और बच्चों को आगे कर किए गए पथराव की यह घटना पहली नहीं है। 1984 में भूड़ का बाग से सटे दयालबाग के रास्ते के विवाद में सत्संग सभा ने दयालबाग कॉलेज की छत से ग्रामीणों पर पथराव कराया था।
ग्रामीणों का रास्ता इसी तरह बंद कर दिया गया था। तत्कालीन एसपी सिटी अरविंद जैन ने एसडीएम के साथ मिलकर समझौता कराया था और एक नया रास्ता ग्रामीणों को दयालबाग माइनर के साथ दिया था।
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