[ad_1]
धर्मशाला खुदाई के दौरान तीन घर व एक मंदिर गिर गया
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के टीला माईथान के हालात भी जोशीमठ की तरह ही हो गए हैं। यहां धर्मशाला में बेसमेंट की खुदाई से कई मकानों में दरारें आ गई हैं। 30 से अधिक मकानों के गिरने का खतरा पैदा हो गया है। इन हालात को देखते हुए प्रशासन की ओर से मकान खाली करने के लिए कहा गया है। यही नहीं इनमें लाल निशान लगा दिए गए हैं। इन्हें असुरक्षित घोषित कर दिया गया है।
ज्ञात हो कि 26 जनवरी की सुबह 7:05 बजे सिटी स्टेशन रोड पर राय बहादुर विशंभर नाथ धर्मशाला को तोड़कर बेसमेंट की खुदाई के दौरान हादसा हुआ था। धर्मशाला के पिछले हिस्से में टीला माईथान मोहल्ले के 3 मकान और 1 मंदिर गिर गए थे, जबकि दो और मकान गिरने की कगार पर हैं। हादसे में चार साल की मासूम रुशाली की मौत हो गई थी। छह परिवारों के सामने रहने का संकट खड़ा हो गया था। घटना के बाद पुलिस प्रशासन की टीम ने टीला माईथान इलाके का निरीक्षण किया। इसके बाद 30 मकान चिह्निïत किए गए। इनमें से मुकेश शर्मा, प्रवीन और मनोज के मकान खुदाई में पहले ही गिर गए हैं।
30 मीटर की दूरी पर किया चिह्नित
राकेश बघेल ने बताया कि मोहल्ले में तकरीबन 40 मकान हैं। प्रशासन ने घटनास्थल से 30 मीटर की दूरी तक के मकान चिह्नित किए हैं। उनके मकान पर भी निशान लगा दिया गया है। क्षेत्र में हर प्रसाद, रूप सिंह, शिवदयाल, मोहन लाल, बबलू, संतोष, भगवान दास आदि के मकान हैं। इन पर निशान लगने से दहशत है।
पूरी तरह से गिराए जाएंगे क्षतिग्रस्त मकान
एसीपी कोतवाली सुकन्या शर्मा ने बताया कि हादसे में तीन मकान का पिछला हिस्सा गिर गया है। उन्हें अभी पूरी तरह से गिराया जाना है। इसके लिए नगर निगम की टीम काम करेगी। इनके पीछे कई और मकानों में दरार आ गई है। टीले पर होने की वजह से यह मकान भी गिर सकते हैं। इसको देखते हुए 30 मकान को चिह्नित किया गया है। यह घटनास्थल के पास हैं। इनमें आठ को खाली करा लिया गया है। इनमें रहने वालों को आश्रय दिलाया गया गया है। बाकी को भी खाली करने के लिए बोला गया है। घरों से सामान निकालने के लिए एसडीआरएफ की टीम को भी बुलाया गया है।
[ad_2]
Source link