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पार्किंग और न ही नो पार्किंग का कोई इंडिकेशन है और न ही कट का कोई साइनेज (संकेतक). सड़कों पर ट्रैफिक रूल्स का कितना भी पाठ पढ़ाया जाए, लेकिन इंतजामों के अभाव में ये खोखले ही साबित होते हैं. हालात ये हैं कि शहर की प्रमुख सड़कों पर साइनेज तक नहीं हैं. वाहन चालकों को पता ही नहीं लग पाता कि आखिर यूटर्न कहां है, गाड़ी पार्क कहां करनी है, नो हॉॅर्न जोन कहां हैं, आगे राइट टर्न लेना है या लेफ्ट, कहां एक्सीडेंट जोन है..संकेतक न होने के चलते इन सवालों के जवाब नहीं मिल पाते, जो अक्सर हादसे और जाम की वजह बनते हैं.
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