[ad_1]
आगरा पुलिस की गाड़ी (सांकेतिक तस्वीर)
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
आगरा के ताजगंज के गांव श्यामो में सोमवार की रात बबुआ उर्फ रफीक(35) ने फांसी लगाकर जान दे दी। वजह जानने के लिए पुलिस परिजन से पूछताछ कर रही है।
मजदूरी करता था मृतक
मूलरूप से फतेहपुर सीकरी के मंडी गुड़ निवासी बबुआ उर्फ रफीक मजदूरी करता था। आठ महीने से गांव श्यामो में किराये पर कमरा लेकर रह रहा था। उसके साथ पत्नी और दो बच्चे भी साथ थे। सोमवार को पत्नी चांदनी खेत पर काम करने गई थी। शाम चार बजे बच्चे भी चले गए। रात में पत्नी घर आई तो बबुआ घर में पंखे के कुंडे के सहारे फंदे से लटका था।
ये भी पढ़ें – यूपी: राधास्वामी सत्संग सभा का जहां कब्जा, प्रशासन ने हाईकोर्ट में दाखिल किया ये जवाब; 14 सितंबर को सुनवाई
घरवालों ने दी ये जानकारी
सूचना पर पुलिस पहुंच गई। भाई शरीफ और साले चांद खान ने पुलिस को बताया कि बबुआ युवती के अपहरण और छेड़छाड़ के मामले में आरोपी था। मुकदमा चल रहा था। उसे जेल भी जाना पड़ा था। जमानत पर बाहर था। केस अंतिम प्रक्रिया में है। इससे बबुआ तनाव में था। थाना ताजगंज के प्रभारी निरीक्षक देवेंद्र शंकर पांडेय ने बताया कि आत्महत्या का कारण पता किया जा रहा है।
ये भी पढ़ें – दयालबाग में मिले शव की नहीं हुई शिनाख्त: सत्संगी और पुलिस के बीच जहां हुआ था टकराव, उसके पास मिली थी लाश
[ad_2]
Source link