[ad_1]
अरे आप को देश की सेवा करनी थी. देश के शीर्ष इंजीनियरिंग संस्थान में से एक आईआईटी जोधपुर से इंजीनियरिंग करने के बाद जब आप घर वापस आएं होंगे तो यह उम्मीद तो आपसे किसी ने नहीं की होगी. माता-पिता समेत रिश्तेदारों को भी यह उम्मीद न ही होगी कि आप 'चोरÓ बन जाएंगे. बेइमानी से आपने 67 लाख रुपए एक साल में जरूर कमा लिए किंतु सोचिए कि आपने देश की युवाओं के साथ कितना बड़ा गुनाह किया है? आप जैसे होनहार अगर अपराध के रास्ते पर आ गए तो देश की साख को कौन बचाएगा? आगरा के दो सगे भाई आशीष दीक्षित और आकाश दीक्षित ने नाम बदनाम कर दिया. आईआईटी जोधपुर से बीटेक करने के बाद दोनों भाई साइबर क्रमिनल बन गए. विस्तृत जानकारी के लिए पढ़े पूरी खबर…
[ad_2]
Source link