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अवैध खनन
– फोटो : एएनआई
विस्तार
मध्य प्रदेश के मुरैना में चंबल नदी से अवैध खनन कर सैंड को राजस्थान के धौलपुर होते हुए आगरा लाया जाता है। तीन राज्यों की सीमा पर पुलिस की सक्रियता न होने से खनन माफिया सक्रिय हैं। मगर, अब इसे रोकने की प्रभावी रणनीति बनाई जा रही है। आगरा के साथ धौलपुर और मुरैना के पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने संयुक्त बैठक कर सुरक्षा का खाका तैयार किया है। खनन माफिया के खिलाफ सूचनाओं का आदान-प्रदान और संयुक्त ऑपरेशन किया जाएगा।
आगरा में राजस्थान के धौलपुर से चंबल सैंड लेकर वाहन आते हैं। सीमा पार करने के बाद सैंया, इरादतनगर, खेरागढ़ होते हुए शहर में चले आते हैं। इन वाहनों को रोकने पर कई बार पुलिस पर हमला हो चुका है। ट्रैक्टर और डंपर चालक पुलिसकर्मियों पर वाहन चढ़ाने का प्रयास कर चुके हैं। तत्कालीन एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने अभियान चलाकर खनन पर रोक लगाई थी। अब फिर से मामले सामने आ रहे हैं।
डीसीपी पश्चिमी जोन सोनम कुमार ने बताया कि आगरा के साथ धौलपुर और मुरैना के पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की गई है। तय किया गया कि संयुक्त रूप से कार्रवाई की जाएगी। मुरैना में चंबल के खनन पर रोक लगी है। धौलपुर में खनन नहीं होता है। इसके बावजूद माफिया खनन कर रहे हैं।
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तीन राज्यों की सीमा पर पुलिस की चेक पोस्ट
अधिकारियों ने तय किया कि आगरा, राजस्थान और मध्य प्रदेश की सीमा पर पुलिस की चेक पोस्ट बनेंगी। इन पर पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा। सूचनाओं का आदान-प्रदान भी होगा, जिससे खनन माफिया के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की जा सके। हर महीने एक जिले में अधिकारी बैठक करेंगे।
140 मुकदमे, पांच पर गैंगस्टर
आगरा में अवैध खनन के वाहनों पर पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। एक साल के अंदर 140 मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं। 50 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेजा जा चुका है। पांच के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई की गई है। हाल ही में खेरागढ़ के गांव मिर्चपुरा मेंं एक मकान में विस्फोटक का जखीरा पकड़ा गया था। एक घर में पलंग के नीचे छिपाकर रखे 242 किलोग्राम विस्फोटक और 421 डेटोनेटर बरामद किए गए थे। यह विस्फोटक पत्थर के खनन के लिए लाया गया था।
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