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अपराजिता कार्यक्रम में शामिल छात्राएं
– फोटो : अमर उजाला
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मैनपुरी में बुधवार को अमर उजाला की तरफ से अपराजिता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम शहर के भोजपुरा स्थित रजनीश कॉन्वेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल में हुआ। इस मौके पर पुलिस की पाठशाला कार्यक्रम का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में एएसपी राजेश कुमार ने कहा कि पुलिस बालिकाओं की मदद के लिए तैयार है। बालिकाएं निडर और मजबूत बनें। विद्यालय आते-जाते समय समूह में चलें।
पुलिस की पाठशाला कार्यक्रम का शुभारंभ एएसपी राजेश कुमार ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण करके किया। उन्होंने अमर उजाला के अपराजिता कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि अपराजिता कार्यक्रम महिलाओं और बालिकाओं को जागरूक करने का कार्य कर रहा है। उन्होंने छात्राओं को पुलिस सुरक्षा के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि वे घर से बाहर जाते समय सतर्क रहें। यदि कोई व्यक्ति उन्हें बिना जान पहचान के अधिक पसंद कर रहा है और उनकी मदद करना चाह रहा है तो समझ लें कि वह उनके साथ कोई चाल चल सकता है।
अपने बचाव के लिए बालपिन, चिमटी और हेयरपेन से करें हमला- एएसपी
उन्होंने बालिकाओं से कहा कि विद्यालय और कोचिंग आते जाते समय समूह में चलें। अकेले चलते समय सावधान रहें। यदि कोई उन्हें जबरन परेशान करने की कोशिश कर रहा है तो उस को ललकारें, ताकि लोग उनकी मदद के लिए आ सकें। उन्होंने कहा कि गंभीर स्थिति में वे अपने बचाव के लिए बालपिन, चिमटी और हेयरपेन से हमला करें। विकृत मानसिकता वाले लोगों से बचकर रहें। जरूरत पड़ने पर पुलिस की वूमेन पावर के लिए 1090 और 112 पर कॉल करें।
उन्होंने छात्राओं को सोशल मीडिया से दूरी बनाने की सलाह दी। फेसबुक, ट्विटर पर अनजान व्यक्ति को अपनी मित्र सूची में शामिल न करने की सलाह दी। एएसपी ने कॉलेज की छात्रा अनामिका, शिवानी, और कृष्णा राजपूत को मेडल व प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया। विद्यालय के संस्थापक चतुर्भुज सिंह ने भी छात्राओं को जानकारी दी। उन्होंने अतिथियों को प्रतीक चिह्न देकर उनका सम्मान किया। इस अवसर पर विद्यालय प्रबंधक शिवेंद्र सिंह चौहान, प्रधानाचार्य रामेंद्र सिंह चौहान, संरक्षक रजनीश कुमार, दिगेंद्र मिश्रा आदि लोग मौजूद रहे।
छात्राओं के सवालों के दिए एएसपी ने जवाब
विद्यालय की छात्रा सुप्रिया ने एएसपी से पूछा कि कुछ लोग अपने को घायल बताकर मदद मांगते हैं बाद में वे ही लोग धोखा कर देते हैं। एसपी ने जवाब दिया कि ऐसे लोगों की मदद के लिए कभी अकेले ना जाएं। घायल या पीड़ित को पहले दूर से देखें उसकी मंशा को भांप लें तभी उसकी मदद करें। एक छात्रा ने पूछा कि यदि कोई उन्हें किडनैप करने की कोशिश करे तो वे क्या करें ? इस पर एएसपी ने कहा कि वे जोर से चिल्लाएं। बचाव के लिए उसकी नाजुक अंगों पर चोट पहुचाएं। ताकि उन्हें उनकी पकड़ से छूटने का मौका मिल सके। एक छात्रा ने पूछा कि यदि जीवन रक्षा के प्रयास में हमलावर की मौत हो जाती है तो क्या करें ? इस पर एएसपी ने जवाब दिया कि आत्मरक्षा करते समय यदि हमलावर मारा जाता है तो इसे हत्या नहीं माना जाएगा।
अपराजिता कार्यक्रम बहुत ही अच्छी पहल है। पुलिस की पाठशाला के माध्यम से उन्हें कुछ जरूरी जानकारियां मिलीं जो उनके जीवन के लिए उपयोगी हैं। -सुप्रिया
अमर उजाला की पहल पर जो कार्यक्रम हुआ वह काफी अच्छा रहा इससे छात्राओं को अपनी सुरक्षा के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारियां मिल सकीं। -प्रतीक्षा
बालिका सुरक्षा के लिए आयोजित पुलिस की पाठशाला कार्यक्रम सराहनीय है। इस प्रकार के कार्यक्रम समय-समय पर होने चाहिए, ताकि छात्राओं को सुरक्षा संबंधी जानकारी मिल सके। -सिमरन
अपराजिता कार्यक्रम के माध्यम से आज अपनी सुरक्षा संबंधी महत्वपूर्ण जानकारियां मिलीं। इस कार्यक्रम के लिए अमर उजाला और एएसपी साहब का बहुत-बहुत धन्यवाद। -शुभि चौहान
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