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Agra: झोलाछाप डाक्टरों की मदद से चल रहा था लिंग परीक्षण का धंधा, चार गिरफ्तार
– फोटो : Social Media
विस्तार
उत्तर प्रदेश के आगरा में भ्रूण लिंग परीक्षण का धंधा झोलाछाप डाक्टरों की मदद से चल रहा था। वो गर्भवती महिलाओं को बिचौलियों के पास भेजते थे। बिचौलिये रकम तय करके गिरोह के मास्टरमाइंड का पता बताते थे। पुलिस को पूछताछ में राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा के कई बिचौलियों के नामों की जानकारी मिली है। इनके बारे पड़ताल की जा रही है। विक्रम और सरिता के मोबाइल की काल डिटेल भी खंगाली जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की टीम ने रविवार को किरावली के अभुआपुरा में भ्रूण लिंग परीक्षण करते चार लोगों को पकड़ा था। इनमें खेड़ा जाट निवासी विक्रम, ट्रांस यमुना कालोनी निवासी सरिता, सुनारी निवासी नरेंद्र और जऊपुरा निवासी संजू शर्मा हैं। उनसे पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन भी बरामद की गई थी। आठ महिलाएं भी मिली थीं। वह भ्रूण लिंग की जांच कराने आई थीं।
गर्भवती महिलाओं को बनाया जाएगा गवाह
मामला किरावली थाना क्षेत्र के अभुआपुरा गांव का है। थाना प्रभारी उपेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि आईपीसी की धारा 315 और आपराधिक साजिश की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है। सोमवार को आरोपियों को कोर्ट में पेश किया था, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। गर्भवती महिलाओं को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया। उन्हें सरकारी गवाह बनाया जाएगा।
बिचौलिये महिलाओं को भेजते हैं
मास्टरमाइंड विक्रम ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि आगरा के अलावा आसपास के जिलों से ही नहीं राजस्थान, हरियाणा, मध्य प्रदेश से गर्भवती महिलाओं लेकर लोग आते थे। कई झोलाछाप डाक्टर उसके संपर्क में हैं। वह बिचौलियों की मदद से महिलाओं से बात कराते हैं। रुपये तय होने पर बिचौलिये महिलाओं को भेजते हैं।
मशीन के बारे में नहीं दी जानकारी
पुलिस की पूछताछ में विक्रम और सरिता पोर्टेबल मशीन के बारे में सही जानकारी नहीं दे सके। दोनों ने मशीन एक दूसरे की बताई। अब स्वास्थ्य विभाग की टीम अपने स्तर से जांच कर रहा है। मशीन के नंबर से पंजीकरण के बारे पता किया जाएगा। सीएमओ डा. अरुण श्रीवास्तव का कहना है कि पोर्टेबल मशीन को अस्पताल से बाहर नहीं ले जाया जा सकता। हर मशीन का विभाग में पंजीकरण कराया जाता है। गिरोह से बरामद मशीन का पंजीकरण है या नहीं, इस बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। अन्य जिलों से भी पता किया जाएगा। अगर, मशीन किसी अस्पताल की होती है तो चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
मोबाइल से खुलेंगे राज
पुलिस ने विक्रम और सरिता के मोबाइल को जब्त किया है। सरिता पूर्व में जेल गई थी। वह एत्माद्दौला क्षेत्र में भ्रूण लिंग परीक्षण करते पकड़ी गई थी। जेल से जमानत पर बाहर आने के बाद वो फिर से इसी काम में लग गई। इससे उसकी अच्छी खासी कमाई हो रही थी। उनसे लोग और बिचौलिये काल करके संपर्क करते थे। पुलिस अब सरिता और विक्रम की काल डिटेल चेक करेगी। व्हाट्स कालिंग को भी देखा जाएगा। इससे दोनों के संपर्क के लोगों का पता चलेगा।
शहर के कई इलाकों में झोलाछाप के क्लीनिक
शहर के कई इलाकों में झोलाछापों के कई क्लीनिक हैं। वह गर्भवती महिलाओं को झांसा देते हैं। भ्रूण लिंग का पता करने का वादा किया जाता है। इसके लिए मोटी रकम ली जाती है। भ्रूण लिंग में लड़की का पता चलने पर गर्भपात कराने का भी ठेका लिया जाता है। इसके लिए भी अलग से रकम ली जाती है। चोरी छिपे यह काम चल रहा है। मगर, स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई सिर्फ खानापूर्ति तक ही सीमित है। दलाल पकड़ लिए जाते हैं। गर्भवती महिलाओं को झांसे में लेने वाले हाथ नहीं आते हैं।
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