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हत्यारोपी प्रखर और मृतका अंजलि का फाइल फोटो
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
आगरा के कारोबारी की पत्नी अंजलि बजाज की हत्या में दो आरोपियों प्रखर गुप्ता और शीलू को जेल भेजा जा चुका है। 12वीं पास प्रखर ने कारोबारी की बेटी के साथ मिलकर इस हत्याकांड को बड़ी ही सोची समझी साजिश के तहत अंजाम दिया था। बताया गया है कि वह क्रिप्टोकरेंसी में पैसा लगाता था। उसका सपना एक झटके में करोड़पति बनने था।
मृतका अंजलि बजाज की 15 वर्षीय बेटी को किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया गया, जहां से उसको गाजियाबाद के महिला बालिका संरक्षण गृह भेजा गया है। मृतका का मोबाइल और वारदात के समय पहने आरोपियों के कपड़े अब तक बरामद नहीं हो सके हैं। इसके लिए पुलिस दोनों आरोपियों को रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है।
थाना सिकंदरा के प्रभारी निरीक्षक आनंद कुमार शाही ने बताया कि हत्या की साजिश में मृतका की बेटी भी शामिल थी। इसलिए केस में उसे भी आरोपी बनाया गया है। उसे प्रखर गुप्ता ने अपने जाल में फंसा रखा था। किशोरी ने अपने बयान में जानकारी दी है। इस पर उसके बयान भी कोर्ट में दर्ज कराए जाएंगे। इसके बाद मुकदमे में पाॅक्सो एक्ट की धारा की वृद्धि की जा सकती है।
मृतका अंजलि का मोबाइल नहीं मिला है। आशंका है कि आरोपियों ने मोबाइल को हत्या के बाद भागते समय कहीं फेंका होगा। इसके साथ ही आरोपियों ने अंजलि पर चाकू से प्रहार किए थे। इस दौरान उनके कपड़ों पर खून लगा होगा। आरोपियों से घटना के दिन पहने हुए कपड़े भी बरामद किए जाएंगे। इसके लिए उन्हें रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में प्रार्थनापत्र दिया जाएगा।
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क्रिप्टोकरेंसी में पैसा लगाता था प्रखर
पुलिस को पूछताछ में पता चला कि आरोपी प्रखर क्रिप्टोकरेंसी में भी पैसा लगाता था। उसे घाटा हो गया था। इस पर उसने पैसा लगाना बंद कर दिया। उसके दोस्तों से भी पूछताछ की गई है। दोस्तों ने यही बताया कि उसकी दोस्ती कारोबारी की बेटी से थी। उसे कई बार दोस्तों ने मिलते हुए भी देखा था। पुलिस ने दोस्तों के बयान लिए हैं।
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